[email protected]
+91-9920808017
166. उपचारात्मक शिक्षण की सफलता मुख्यतः निर्भर करती है
बच्चों की सामाजिक-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर
बच्चों की भाषागत त्रुटियों की सूचि बनाने पर
समस्याओं की पहचान पर
समस्याओं के कारणों की सही पहचान पर
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Report
Name
Email
Website
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Comment
167. प्रकाश 'ईशवर' को 'इस्सर' उच्चारित करता है| उसमें दोष है
स्वर लोप
स्वर भक्ति
हड़बड़ाहट
शीघ्रता
Gagan on (2019-03-29 13:45:57) Comments : Option B
168. रोहिन 'राजेँद्र' को राजेन्दर उच्चारित करता है | उसके उच्चारण में
प्रयत्न लाघव दोष है
अन्य भाषाओं का प्रभाव है
क्षेत्रीयता का प्रभाव है
वह नागरी ध्वनियों से अनभिज्ञ है
169. 'शक्ति' को 'सकती' कहना किस प्रकार के उच्चारण दोष का उदहारण है?
स्वरागम
उपरोक्त में से कोई नहीं
170. हिंदी भाषा-शिक्षण में निदानात्मक परीक्षण का उद्देश्य है
कमजोरियों का पता लगाना
कमजोरियों को दूर करना
उपचारात्मक सुझाव देना
उपरोक्य सभी
Login with Facebook
Login with Google